Translate

शनिवार, 31 अगस्त 2013

कटुई का गीत (Katui ka geet by Kedarnath Agrawal)


काटो काटो काटो करबी 
साइत और कुसाइत क्या है 
जीवन से बढ़ साइत क्या है 

काटो काटो काटो करबी 
मारो मारो मारो हँसिया 
हिंसा और अहिंसा क्या है 
जीवन से बढ़ हिंसा क्या है 

मारो मारो मारो हँसिया 
पाटो पाटो पाटो धरती 
धीरज और अधीरज क्या है 
कारज से बढ़ धीरज क्या है 

पाटो पाटो पाटो धरती 
काटो काटो काटो करबी 
                             -1946 


कवि - केदारनाथ अग्रवाल 
संकलन - प्रतिनिधि कविताएँ 
संपादक - अशोक त्रिपाठी 
प्रकाशक - राजकमल पेपरबैक्स, दिल्ली, 2012 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें