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शनिवार, 27 सितंबर 2014

गौरैए का बच्चा (Gauraiye ka bachcha by Charlotte Perkins Gilman in Bhagat Singh's Jail notebook

गौरैए का बच्चा गौरैए को दाना नहीं चुगाता,
                चूजा मुर्गी को चुग्गा नहीं कराता,
बिल्ली का बच्चा बिल्ली के लिए चूहे नहीं मारता -
                यह महानता तो सिर्फ मनुष्य को नसीब है। 
हम सबसे बुद्धिमान, सबसे बलवान नस्ल हैं -
                हम काबिले तारीफ हैं। 
एकमात्र जिन्दा प्राणी 
                जो जीता है अपने बच्चों की मेहनत पर। 


अमरीकी कवयित्री  - शार्लोट पर्किन्स गिलमैन (1860-1935) 
किताब - भगत सिंह के सम्पूर्ण दस्तावेज
संकलन और संपादन - चमन लाल 
प्रकाशक - आधार प्रकाशन, पंचकूला, 2004


मूलतः 'एक शहीद की जेल नोटबुक' के पृष्ठ 33 (30) से ये पंक्तियाँ ली गई हैं. इसमें भगत सिंह द्वारा जेल में (1929-31) अध्ययन के दौरान लिए गए नोट्स और उद्धरण  हैं. इनका मूल अंग्रेज़ी में संपादन भूपेंद्र हूजा ने किया है.  'भगत सिंह के सम्पूर्ण दस्तावेज' में यह नोटबुक मौजूद है. 

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