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मंगलवार, 28 अक्तूबर 2014

शरत्पूर्णिमा (Sharatpurnima by Ajneya)


चाँद चितेरा 
आँक रहा है शारद नभ में 
एक चीड़ का खाका l 



कवि - अज्ञेय 
संकलन - अरी ओ करुणा प्रभामय 
प्रकाशक - भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, प्रथम संस्करण -1959 

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